
Mohan Yadav, मध्य प्रदेश की राजनीति का एक जाना-पहचाना नाम है। वर्ष 2023 में जब उन्होंने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, तब से लेकर आज तक वह सुर्खियों में बने हुए हैं। इस लेख में हम उनके जीवन परिचय, राजनीतिक करियर, और उनके द्वारा किए गए प्रमुख कार्यों पर प्रकाश डालेंगे। साथ ही, हम जानेंगे कि उनकी लोकप्रियता के पीछे क्या कारण हैं और कैसे वे आज युवाओं के लिए प्रेरणा बन चुके हैं।
जीवन परिचय (Biography of Mohan Yadav)
पूरा नाम: डॉ. मोहन यादव
जन्म तिथि: 25 मार्च 1965
जन्म स्थान: उज्जैन, मध्य प्रदेश
शैक्षणिक योग्यता: पीएच.डी. (विषय: प्रबंधन एवं पर्यटन)
पारिवारिक स्थिति: विवाहित, तीन संतानें
मोहन यादव का जन्म एक सामान्य परिवार में हुआ। उनके जीवन की शुरुआत एक साधारण विद्यार्थी की तरह हुई, लेकिन शिक्षा के प्रति उनका समर्पण उन्हें उज्जैन विश्वविद्यालय में ले गया। उन्होंने प्रबंधन और पर्यटन विषयों में पीएच.डी. की डिग्री प्राप्त की और शिक्षा के क्षेत्र में भी योगदान दिया।
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राजनीतिक करियर की शुरुआत (Political Career Start)
Mohan Yadav का राजनीतिक जीवन भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से शुरू हुआ। छात्र राजनीति के दौरान ही उन्होंने ABVP से जुड़ाव दिखाया और युवाओं के बीच एक प्रभावशाली नेता के रूप में उभरे।
विधायक से मुख्यमंत्री तक का सफर:
वर्ष | पद | क्षेत्र |
---|---|---|
2013 | विधायक | उज्जैन दक्षिण |
2018 | पुनः निर्वाचित | उज्जैन दक्षिण |
2020 | उच्च शिक्षा मंत्री | मध्य प्रदेश सरकार |
2023 | मुख्यमंत्री | मध्य प्रदेश |
भाजपा की ओर से मोहन यादव को वर्ष 2013 में पहली बार टिकट मिला और उन्होंने भारी मतों से जीत हासिल की। उसके बाद लगातार दो बार विधायक बनने के बाद, उन्हें 2020 में उच्च शिक्षा मंत्री बनाया गया, जहां उन्होंने कई नई योजनाएं लागू कीं।
मुख्यमंत्री बनने के बाद की प्रमुख घोषणाएं (Key Announcements after becoming CM)
Mohan Yadav ने 11 दिसंबर 2023 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण के तुरंत बाद उन्होंने कई जनहित योजनाओं की घोषणा की, जो खासकर युवा, किसान, और महिलाओं को ध्यान में रखते हुए बनाई गईं।
5 बड़ी घोषणाएं:
- लाड़ली बहना योजना की राशि ₹1000 से बढ़ाकर ₹1500 कर दी गई।
- किसान सम्मान निधि के तहत अतिरिक्त राज्य सहायता की घोषणा।
- युवा कौशल योजना के तहत आईटीआई और डिजिटल ट्रेनिंग हब की स्थापना।
- सरकारी नौकरियों में स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता।
- उज्जैन और इंदौर में मेट्रो प्रोजेक्ट की नींव रखी गई।
➡️ स्रोत: मध्य प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट mp.gov.in और News18 रिपोर्ट, Jan 2024
Mohan Yadav की कार्यशैली और लोकप्रियता (Leadership Style and Popularity)
Mohan Yadav की छवि एक मृदुभाषी, निर्णयात्मक और दूरदर्शी नेता की है। वे जनता से सीधे संवाद करते हैं, और अक्सर जन दर्शन कार्यक्रमों में भाग लेते हैं।
सोशल मीडिया उपस्थिति:
- ट्विटर फॉलोअर्स: 3.5 लाख+
- फेसबुक पेज लाइक्स: 4.2 लाख+
- YouTube चैनल पर अपडेट्स और लाइव प्रेस कॉन्फ्रेंस
यह डिजिटल कनेक्टिविटी उन्हें युवाओं से जोड़ती है और उनकी पारदर्शिता को बढ़ाती है।
विपक्ष की नजर में (Criticism and Challenges)
हालांकि मोहन यादव को एक कुशल नेता माना जाता है, लेकिन विपक्ष उन पर कुछ मामलों में सवाल उठाता रहा है:
- बेरोजगारी दर में कमी को लेकर धीमी प्रगति
- सरकारी नौकरियों की चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर सवाल
- शहरी विकास योजनाओं में बजट की कमी
लेकिन इसके बावजूद उनकी लोकप्रियता में कोई खास गिरावट नहीं आई है। ABP News के 2024 के सर्वे के अनुसार, 62% जनता ने उन्हें एक ‘विश्वसनीय नेता’ बताया।
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भविष्य की योजनाएं और दृष्टिकोण (Vision for the Future)
Mohan Yadav का लक्ष्य है “सशक्त मध्य प्रदेश” बनाना, जहाँ:
- हर परिवार को डिजिटल सुविधा मिले
- हर युवा को रोजगार या स्वरोजगार मिले
- हर गांव तक आधुनिक शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा पहुंचे
इसके लिए वे 2025 के रोडमैप पर काम कर रहे हैं जिसमें E-Governance, Smart Cities, और Rural Connectivity शामिल हैं।
निष्कर्ष (Conclusion)
डॉ. मोहन यादव एक ऐसे नेता हैं जिन्होंने शिक्षा, राजनीति और समाज सेवा – तीनों क्षेत्रों में अपनी छाप छोड़ी है। एक साधारण परिवार से उठकर प्रदेश के शीर्ष पद तक पहुँचना उनके संघर्ष और दूरदर्शिता का प्रमाण है।
वर्तमान में जब देश और प्रदेश में नई दिशा की आवश्यकता है, Mohan Yadav जैसी शख्सियत का नेतृत्व मध्य प्रदेश को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. मोहन यादव किस पार्टी से हैं?
A: वे भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता हैं।
Q2. मोहन यादव मध्य प्रदेश के कौन से क्षेत्र से विधायक हैं?
A: उज्जैन दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से।
Q3. क्या मोहन यादव पहले किसी मंत्री पद पर थे?
A: हाँ, वे 2020 में उच्च शिक्षा मंत्री रह चुके हैं।